श्री durga chalisa lyrics in hindi/दुर्गा चालीसा लिरिक्स

 durga chalisa lyrics in hindi: दुर्गा चालीसा लिरिक्स इन हिंदी और इंग्लिश में जानना चाहते है और पढ़ना चाहते है माता दुर्गा चालीसा का पाठ करते है तो आपको ये भी जानना चाहिए माता दुर्गा के कितने नाम है दुर्गा माता के 108 नाम है सभी नाम  बताएंगे इसके साथ मां दुर्गा चालीसा पाठ करने के क्या फायदे है इस पोस्ट में कुछ लिखे हुये है


नमो नमो दुर्गे सुख करनी

durga chalisa lyrics in hindi. दुर्गा चालीसा हिंदी में.

सुबह उठकर माता दुर्गा को याद करते है माता दुर्गा की चालीसा पढ़ते है तो मन शांत रहता है दुःख दूर भागता है चलो पहले श्री दुर्गा चालीसा हिंदी में बताते है फिर इंग्लिश में फिर उनका मीनिंग पढ़ते है इसके साथ माता दुर्गा के 108 नाम के बारे में जानेंगे।


durga chalisa lyrics in hindi



दुर्गा चालीसा लिरिक्स इन हिंदी?

durga chalisa lyrics

नमो: नमो: दुर्गे सुख करनी.
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी.

निरंकार है ज्योति तुम्हारी.
तिहूं लोक फैली उजियारी.

शशि ललाट मुख नमो नमो दुर्गे सुख करनी.
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी

शशि ललाट मुख महाविशाला.
नेत्र लाल भृकुटि विकराला.

रूप मातु को अधिक सुहावे.
दरश करत जन अति सुख पावे.

तुम संसार शक्ति लै कीना.
पालन हेतु अन्न धन दीना.

अन्नपूर्णा हुई जग पाला.
तुम ही आदि सुन्दरी बाला.

प्रलयकाल सब नाशन हारी.
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी.

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें.
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें.

रूप सरस्वती को तुम धारा.
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा.

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा.
परगट भई फाड़कर खम्बा.

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो.
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो.

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं.
श्री नारायण अंग समाहीं.

क्षीरसिन्धु में करत विलासा.
दयासिन्धु दीजै मन आसा.

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी.
महिमा अमित न जात बखानी.

मातंगी अरु धूमावति माता.
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता.

श्री भैरव तारा जग तारिणी.
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी.

केहरि वाहन सोह भवानी.
लांगुर वीर चलत अगवानी.

कर में खप्पर खड्ग विराजै.
जाको देख काल डर भाजै.

सोहै अस्त्र और त्रिशूला.
जाते उठत शत्रु हिय शूला.

नगरकोट में तुम्हीं विराजत.
तिहुंलोक में डंका बाजत.

शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे.
रक्तबीज शंखन संहारे.

महिषासुर नृप अति अभिमानी.
जेहि अघ भार मही अकुलानी.

रूप कराल कालिका धारा.
सेन सहित तुम तिहि संहारा.

परी गाढ़ संतन पर जब जब.
भई सहाय मातु तुम तब तब.

अमरपुरी अरु बासव लोका.
तब महिमा सब रहें अशोका.

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी.
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी.

प्रेम भक्ति से जो यश गावें.
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें.

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई.
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई.

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी.
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी.

शंकर आचारज तप कीनो.
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो.

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को.
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको.

शक्ति रूप का मरम न पायो.
शक्ति गई तब मन पछितायो.

शरणागत हुई कीर्ति बखानी.
जय जय जय जगदम्ब भवानी.

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा.
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा.

मोको मातु कष्ट अति घेरो.
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो.

आशा तृष्णा निपट सतावें.
रिपू मुरख मौही डरपावे.

शत्रु नाश कीजै महारानी.
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी.

करो कृपा हे मातु दयाला.
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला.

जब लगि जिऊं दया फल पाऊं.
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं.

दुर्गा चालीसा जो कोई गावै.
सब सुख भोग परमपद पावै.

देवीदास शरण निज जानी.
करहु कृपा जगदम्ब भवानी.
 .
नेत्र लाल भृकुटि विकराला.

रूप मातु को अधिक सुहावे.
दरश करत जन अति सुख पावे.

तुम संसार शक्ति लै कीना.
पालन हेतु अन्न धन दीना.

अन्नपूर्णा हुई जग पाला.
तुम ही आदि सुन्दरी बाला.

प्रलयकाल सब नाशन हारी.
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी.

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें.
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें.

रूप सरस्वती को तुम धारा.
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा.

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा.
परगट भई फाड़कर खम्बा.

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो.
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो.

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं.
श्री नारायण अंग समाहीं.

क्षीरसिन्धु में करत विलासा.
दयासिन्धु दीजै मन आसा.

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी.
महिमा अमित न जात बखानी.

मातंगी अरु धूमावति माता.
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता.

श्री भैरव तारा जग तारिणी.
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी.

केहरि वाहन सोह भवानी.
लांगुर वीर चलत अगवानी.

कर में खप्पर खड्ग विराजै.
जाको देख काल डर भाजै.

सोहै अस्त्र और त्रिशूला.
जाते उठत शत्रु हिय शूला.

नगरकोट में तुम्हीं विराजत.
तिहुंलोक में डंका बाजत.

शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे.
रक्तबीज शंखन संहारे.

महिषासुर नृप अति अभिमानी.
जेहि अघ भार मही अकुलानी.

रूप कराल कालिका धारा.
सेन सहित तुम तिहि संहारा.

परी गाढ़ संतन पर जब जब.
भई सहाय मातु तुम तब तब.

अमरपुरी अरु बासव लोका.
तब महिमा सब रहें अशोका.

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी.
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी.

प्रेम भक्ति से जो यश गावें.
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें.

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई.
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई.

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी.
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी.

शंकर आचारज तप कीनो.
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो.

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को.
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको.

शक्ति रूप का मरम न पायो.
शक्ति गई तब मन पछितायो.

शरणागत हुई कीर्ति बखानी.
जय जय जय जगदम्ब भवानी.

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा.
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा.

मोको मातु कष्ट अति घेरो.
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो.

आशा तृष्णा निपट सतावें.
रिपू मुरख मौही डरपावे.

शत्रु नाश कीजै महारानी.
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी.

करो कृपा हे मातु दयाला.
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला.

जब लगि जिऊं दया फल पाऊं .
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं .

दुर्गा चालीसा जो कोई गावै.
सब सुख भोग परमपद पावै.

देवीदास शरण निज जानी.
करहु कृपा जगदम्ब भवानी.
 
यह हिंदी में माता दुर्गा चालीसा का पाठ है.


दुर्गा चालीसा लिरिक्स इन इंग्लिश इंग्लिश में दुर्गा चालीसा का पाठ पढ़िए.

shree durga chalisa in english

namo namo Durge Sukh Karni  Namo Namo Ambe Dukh Harani.

Nirakar Hai Jyoti Tumhari  Tihoun Lok Phaili Uujiyaari.

Shashi Lalaat Mukh Maha Vishala  Netra Lal Bhrikoutee Vikarala

Roop Maatu Ko Adhik Suhave  Darshan Karat Jan Ati Sukh Pave .

Tum Sansar Shakti Le Keena  Palan Hetu Ann Dhan Deena.

Annapoorna Hui Jag Pala Tumhi Aadi Sundari Bala.

Pralayakal Sab Nashan Haari  Tum Gouri Shiv Shankar Pyari.

Shiv Yogi Tumhre Gun Gave  Brahma Vishnu Tumhe Nit Dhyave.

Roop Saraswati Ko Tum Dhara  De Subudhi Rishi Munin Ubara.

Dhareo Roop Narsimha Ko Amba  Pragat Bhayi Phaad Ke Khamba.

Raksha Kari Prahlad Bachayo  Hiranyaykush Ko Swarg Pathao.

Lakshmi Roop Dharo Jag Mahi   Shri Narayan Anga Samahi.
 
sheer Sindhu Mein Karat Vilasa  Deya Sindhu Deje Man Aasa.

Hingalaj Mein Tumhi Bhavani   Mahima Amit Na Jaat Bakhani.

Matangi Aru Dhomawati Mata  Bhuvaneshwari Bagala Sukhdata.

Shri Bhairav Tara Jag Tarani  Chhinna Bhala Bhav Dukh Nivarini.

Kehar Vahan Soh Bhavani  Langur Veer Chalat Agvani.

Kar Mein Khappar Khadag Viraje  Jako Dekh Kaal Dar Bhaje.

Sohe Astra Aur Trishula  Jase Uthat Shatru Hiye Shula.

Nagarkot Mein Tumhi Virajat  Tiho Lok Mein Danka Bajat.  

shumbh  Nishumbh Danv Tum Mare  RaktBeej Shankhan Sahare.
 
Mahishasur Nrip Ati Abhimani  Jehi Agh Bhar Mahi Akulani.
 
Roop Karal Kali ka Dhara   Sen Sahit Tum Tihi Sahara.

Pari Garh Santan Par Jab Jab  Bhayi Sahat Matou Tum Tab Tab.

Amarpuri Aru vasb Loka  Tab Mahima Sab Kahe Ashoka  

Jwala Mein Hai Jyoti Tumhari  Tumhein Sada Puje Nar Nari.

Prem Bhagati Se Jo Yash Gave  Dukh Daridra Nikat Nahi Aave.
 
Dhyave Tumhe Jo Nar Man Layi  Janm Maran Tako Chouti Jayi.

Yogi Sur Muni Kehat Pukari  Yog Na Hoye Bin Shakti Tumhari.

Shankar Acharaj Tap Ati Keno  Kaam aru Krodh Jeet Sab Leno.

Nishidin Dhyan Dharo Shankar Ko  Kahu Kaal Nahi Soumiro Tumko.

Shakti Roop Ko Maram Na Payo  Shakti Gayi Tab Man Pachitayo.
 
 Sharnagat Hui Ki devidaas shran nijj jani
 kahu kirpa Jagdamb Bhavani.

jai jai jai jagdamb bhavani
Bhayi Prasann Aadi Jagdamb  Dai Shakti Nahi Keen Vilamba.

Mauko Matu Kasht Ati Ghero  Tum Bin Kaun Hare Dukh Mero.
  
Asha Trishna Nipat Satave  Moh madait sab vianshve .

Shatru Nash Kije Maharani  Soumiron Ikchit Tumhein Bhavani  

Karo Kripa Hey Matu Deyala   Riddhi Siddhi Dey Krhu Nihala.
  
Jab Lagi Jiyu Deya Phal Paoun  Tumhro Yash Mein Sada Sounaoun.

Durga Chalisa Jo Nar Gaavey  Sab Sukh Bhog Parampad Pavey.

 Devidas Sharan Nij Jaani  Karahoun Kripa Jagadambe Bhavani.

माता दुर्गा के कितने नाम है जानिए.

सती.
साध्वी.
भवप्रीता.
भवानी.
भवमोचनी.
आर्या.
 दुर्गा.
 जया.
आद्या.
 त्रिनेत्रा.
 शूलधारिणी.
 पिनाकधारिणी.
चित्रा.
चंद्रघंटा.
 महातपा.
 मन.
 बुद्धि.
अहंकारा.
चित्तरूपा.
 चिता.
चिति.
 सर्वमंत्रमयी.
 सत्ता.
 सत्यानंदस्वरुपिणी.
अनंता.
 भाविनी.
 भव्या.
अभव्या.
सदागति.
 शाम्भवी.
देवमाता.
 चिंता.
 रत्नप्रिया.
 सर्वविद्या.
 दक्षकन्या.
दक्षयज्ञविनाशिनी.
 अपर्णा.
अनेकवर्णा.
 पाटला.
 पाटलावती.
 पट्टाम्बरपरिधाना.
कलमंजरीरंजिनी.
अमेयविक्रमा.
 क्रूरा.
सुंदरी.
सुरसुंदरी.
वनदुर्गा.
 मातंगी.
 मतंगमुनिपूजिता.
 ब्राह्मी.
माहेश्वरी.
 ऐंद्री.
कौमारी.
 वैष्णवी.
 चामुंडा.
 वाराही.
लक्ष्मी.
पुरुषाकृति.
 विमला.
 उत्कर्षिनी.
 ज्ञाना.
 क्रिया.
नित्या.
बुद्धिदा.
बहुला.
 बहुलप्रिया.
 सर्ववाहनवाहना.
 निशुंभशुंभहननी.
महिषासुरमर्दिनी.
 मधुकैटभहंत्री.
चंडमुंडविनाशिनी.
सर्वसुरविनाशा.
सर्वदानवघातिनी.
सर्वशास्त्रमयी.
सत्या.
सर्वास्त्रधारिणी.
अनेकशस्त्रहस्ता.
 अनेकास्त्रधारिणी.
कुमारी.
एककन्या.
कैशोरी.
 युवती.
यति.
अप्रौढ़ा.
प्रौढ़ा.
 वृद्धमाता.
 बलप्रदा.
 महोदरी.
मुक्तकेशी.
घोररूपा.
महाबला.
अग्निज्वाला.
 रौद्रमुखी.
कालरात्रि.
तपस्विनी.
नारायणी.
भद्रकाली.
विष्णुमाया.
जलोदरी.
शिवदुती.
 कराली.
अनंता.
 परमेश्वरी.
कात्यायनी.
सावित्री.
 प्रत्यक्षा.
 ब्रह्मावादिनी. माता दूर्गा क 108 हिन्दी के नाम है पूजा करते समय इन नामो के द्वारा भी पुकार सकते है दुर्गा चालीसा लिरिक्स के बाद माता दूर्गा के 108 नाम लिरिक्स है.

durga chalisa lyrics में पढ़ने के फायदे.

दुर्गा चालीसा का सुबह पाठ करने से घर शुद्ध हो जाता है मन मे शांति मिलती है दिन में चिंता कम होती है इंसान का दिमाग माता दुर्गा के चरणों मे रहता है इसके कारण किसी प्रकार का कष्ट आता है तो घबराता नही इंसान के कर्मो के हिसाब से दुख दर्द आता है पर माता दुर्गा की चालीसा पढ़ने से वह कष्ट की समता कम हो जाती है घर मे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नही होता है.

सुबह स्नान करके माता दुर्गा का चालीसा जरूर पढ़ें इसलिए दुर्गा चालीसा लिरिक्स में दिया है ताकि अपने आगे फोन रख कर पढ़ सके.

durga chalisa lyrics in hindi.


आप भी अपना ध्यान और मन शांत करना चाहते है दुखो से छुटकारा पाना चाहते है तो सुबह दुर्गा चालीसा का पाठ करें हमने इस पोस्ट में आपकी मदद के लिए दुर्गा चालीसा लिरिक्स इन हिंदी में दुर्गा माता की चालीसा लिखी है आजकल ऑनलाइन जमाने को ध्यान में रख कर अपने फोन से आसानी से माता दुर्गा की चालीसा का पाठ कर सकते है.

इसे पढे.









1 टिप्पणी:

thanks