shri krishna best motivational quotes in hindi | श्री कृष्ण जी के अनमोल वचन

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lord krishna sayings in hindi .भगवान श्री कृष्ण एक मर्यादा पुरुषोत्तम थे भगवान विष्णु के अवतार थे उन्होंने जीवन मे जीने और चलने तथा मोक्ष प्राप्त करने का ज्ञान दिया उनके अनमोल वचन पर मानव चलता है तो तरक्की करता है और किसी काम मे लगता है तो निष्काम कर्म समझकर करता है। उसका फल भगवान पर छोड़ता है फ़िर उसका काम सफल हो जाता है आज हम इस पोस्ट के माध्यम से  आपको  shri krishna के best motivational quotes in hindi,  में बताएंगे अगर इस पर अमल करते है तो आपका जीवन सफल हो सकता है।


shri krishna motivational quotes in hindi



shri krishna best motivational quotes in hindi


ज्ञान का दीपक अज्ञानता के अंधेरे को दूर करता है सभी जीवन के अंतर्संबंध और ब्रह्मांड में व्याप्त दिव्य सार को प्रकट करता है।

सपनों को सच करने से पहले सपनों को ध्यान से देखना होता है।
पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे फिर वह आप पर हसेंगे फिर वह आप से लड़ेंगे और तब आप दिख जाएंगे।

एक अच्छा दिमाग और एक अच्छा दिल हमेशा से विजयी जोड़ी रहे है।

एक सफल व्यक्ति वह है जो औरों द्वारा अपने ऊपर फेंके गए ईटों से एक मजबूत नहीं बना सके।

शिक्षा समृद्धि में एक आभूषण है और प्रतिकूलता में शरण है शिक्षा एक आंख नहीं बल्कि एक आंख की रोशनी भर रही है।

ज्ञान प्राप्त करने के लिए अध्ययन जरुरी है।
और बुद्धिमानी प्राप्त करने के लिए समझना जरूरी है।
न कभी हिम्मत हारना न कभी पीछे मुड़ना
मुश्किलें जितनी भी हो जीवन में तुमको है बस आगे बढ़ना।

एक व्यक्ति ने कभी गलती नहीं की, जब उसने कभी भी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की यानी जब हम कुछ नया करते है तभी गलतियां होना स्वाभाविक है।

मुझे विश्वास है कि प्रति व्यक्ति एक प्रतिभा के साथ पैदा होता है बस हमें ज़रूरत होती है उस प्रतिभा को निखारने की हमें हमेशा कुछ उपयोगी चीज़ों को जानने और सीखने की इच्छा रखनी चाहिए।

शिक्षा क्या है जो तब तक याद रहता है जब तक उसे अपने जीवन में लागू करते है नही तो वह सीखकर भुलाया गया एक पल है।

ज्ञान ही शक्ति है। जानकारी स्वतंत्रता है। प्रत्येक परिवार और समाज में शिक्षा प्रगति का आधार है। 

इस दुनिया में किसी के साथ खुद की तुलना मत करो यदि आप ऐसा करते हैं तो आप खुद का अपमान कर रहे हैं।

किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है कि अपना काम करें भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े।

 मैं हीं इस सृष्टि की रचना करता हूँ मैं हीं इसका पालन-पोषण करता हूँ और मैं हीं इस सृष्टि का विनाश करता हूँ।

ज्ञानी व्यक्ति को कर्म के प्रतिफल की अपेक्षा कर रहे अज्ञानी व्यक्ति के दिमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए।

अपने जीवन में कभी भी ना किसी को आनंद में वचन दे ना क्रोध में उत्तर दे और ना ही दुख में कभी निर्णय ले।

सीखने के लिए जुनून पैदा कीजिये, यदि आप ऐसा करते हैं तो आप कभी भी आगे बढ़ने से नहीं घबराएंगे।

किसी भी प्रकार का भय और अधूरी इच्छा ही हमारी दुखों का कारण है।

हम जितना अधिक संघर्ष कर सकते है जीत हमारी उतनी ही शानदार होगी।

दिव्यता केवल शक्तिशाली होने में नहीं बल्कि वास्तविक दिव्यता दूसरों में शक्ति जाग्रत करने में है।

मन की गतिविधियों होश श्वास और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है।

इस संसार में मूर्ख व्यक्ति अधर्मी अज्ञानी व नास्तिक प्रकृति का व्यक्ति मेरी शरण स्वीकार नहीं कर सकता।

मन जब अनुशासित और केंद्रित होता है आत्म-साक्षात्कार के लिए एक शक्तिशाली उपकरण बन जाता है जो अस्तित्व की गहन सच्चाइयों को उजागर करने में सक्षम होता है।

अपनी आत्मा में भगवान को पहचानें और उनकी दिशा में चलें और वे हमेशा सच्चे मार्गदर्शक होंगे।

कर्मयोग से अपने कर्तव्य का पालन करो फल की आशा छोड़ दो।

आत्मविश्वास रखो क्योंकि जो आप सोचते हो वही आप बन जाते हो।

मन अशांत हो तो उसे नियंत्रित करना कठिन है लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता।

आप तभी तक सीख सकते है जब तक आप खुद को एक छात्र मान पाते है क्योंकि कुछ सीखने के लिए झुकना पड़ता है।

भगवान सिर्फ उन्ही की सहायता करता है जो लोग खुद अपनी सहायता स्वयं करते हैं।

जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए उस दिन आप यकीन कर सकते है कि आप गलत रास्ते पर जा रहे है।

इस बात से फर्क नहीं पड़ता तुम कितनी ग़लती करते हो या कितनी धीरे बढ़ रहे हो उन लोगों से बहुत आगे हो जो कोशिश ही नहीं करते।

अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करो और सभी दूसरे विचार को अपने दिमाग से निकाल दो यही सफलता की पूंजी है।

जीवन का मार्ग ध्यान भक्ति और सेवा के माध्यम से जाता है। इन तीनों में पूर्णता प्राप्त करो और अनंत शांति को प्राप्त करो।

मन को संयमित करो और भगवान की आराधना करो। जब तुम भगवान के साथ स्थिर रहोगे तब तुम्हें सुख और आनंद की प्राप्ति होगी।


जीवन में धर्म का पालन करो और सत्य का मार्ग चुनो। जो भी कार्य तुम सत्य और धर्म के आदान-प्रदान में करोगे वह तुम्हें आत्मिक उन्नति का मार्ग दिखाएगा।

जो लोग सोचना जानते हैं उन्हें किसी सिखाने वाले की ज़रूरत नहीं होती।

अगर तुम अपनी ज़िंदगी अपने तरीके से नहीं जीओगे तो लोग अपने तरीके तुम पर लाध देंगे।

किसी भी कार्य करने के लिए तुरन्त उठो जागो और तब तक नही रुकना जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाए।

ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो ।

धैर्य रखना यानि कि खुद का परीक्षण करना है।
जो पसंद है वही मत करो जो करना पड़ेगा वो पसंद करो।

जब तक ग़लती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं हैं।


मेहनत सीढ़ियों की तरह होती है और भाग्य लिफ्ट की तरह लिफ्ट तो किसी भी समय बंद हो सकती है पर सीढ़िया हमेशा ऊंचाई की ओर ही ले जाती हैं।

एक सपना किसी चमत्कार से सच नहीं बनता है; यह पसीना दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत लेता है।

ज्यादातर लोग अवसर गँवा देते हैं क्योंकि ये चौग़ा पहने हुए होता है और काम जैसा दिखता है |

मौके अक्सर कड़ी मेहनत के पीछे छुपे हुए होते हैं इसीलिए बहुत सारे लोग इन्हें पहचान नहीं पाते।

करुणा शक्ति का सर्वोच्च रूप है एक ऐसी शक्ति जो अहंकार से परे है और दूसरों की पीड़ा को अपनी पीड़ा के रूप में स्वीकार करती है सार्वभौमिक प्रेम के बंधन को बढ़ावा देती है।

सच्चा साधक हठधर्मिता से नहीं चिपकता है बल्कि जांच की भावना को अपनाता है आत्म-प्राप्ति की यात्रा पर गहरी समझ और ज्ञान की तलाश करता है।

जब तुम दूसरों की सहायता करते हो तो तुम्हारी सच्ची सेवा होती है।

प्रेम करो क्योंकि प्रेम ही जीवन की एकमात्र शक्ति है।
जब आप ईश्वर में विश्वास करते हैं तो उन्हीं की कृपा से सब संभव होता है।

संघर्ष और परिश्रम के माध्यम से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है।
प्रेम करना सीखो अन्यथा कार्यों का अर्थ नहीं होता। जब तुम प्रेम करोगे तब तुम्हारा मन परमात्मा के पास बस जाएगा।

सफलता एक घटिया शिक्षक हैं यह लोगों में यह सोच विकसित कर देता है कि वो असफल नहीं हो सकते
अगर कुछ करना या बनना  चाहते हो तो सर्वप्रथम लक्ष्य को निर्धारित करें वरना जीवन में उचित उपलब्धि नहीं कर पाएँगे ये सच है।

महान कार्य को करने का एक ही तरीका है जो आप कर रहे हैं उसे पसंद करें।
अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो तुम्हें पहले सूरज की तरह जलना होगा।

ऐसा कोई भी इंसान मौजूद नहीं है जो उससे ज्यादा ना कर सके जितना कि वो सोचता है कि वो कर सकता है।
साधारण लिखने वाले लोग यह दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं यही वजह है कि भगवान ऐसे बहुत से लोगों का निर्माण करते हैं।

कोई काम शुरू करने से पहले स्वयं से तीन प्रश्न कीजिए मैं यह क्यों कर रहा हूं इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल होगा और जब गहराई से सोचने पर इन प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर मिल जाए तभी आगे बढ़े।

महान कार्य को करने का यही तरीका है कि आप उसे पसंद करें जो आप करना चाहते हैं।
सपनों को सच करने से पहले सपनों को ध्यान से देखना होता है पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे फिर वह आप पर हसेंगे फिर वह आप से लड़ेंगे और तब आप दिख जाएंगे।

एक अच्छा दिमाग और एक अच्छा दिल हमेशा से विजयी जोड़ी रहे है।

एक सफल व्यक्ति वह है जो औरों द्वारा अपने ऊपर फेंके गए ईटों से एक मजबूत नहीं बना सके।

शिक्षा समृद्धि में एक आभूषण है और प्रतिकूलता में शरण है शिक्षा एक आंख नहीं बल्कि एक आंख की रोशनी भर रही है।

ज्ञान प्राप्त करने के लिए अध्ययन जरुरी है।
और बुद्धिमानी प्राप्त करने के लिए समझना जरूरी है।

न कभी हिम्मत हारना न कभी पीछे मुड़ना
मुश्किलें जितनी भी हो जीवन में तुमको है बस आगे बढ़ना।


क्षमा वह सुगंध है जो बैंगनी रंग की एड़ी पर बहती है जिसने उसे कुचल दिया है। क्षमा की मुक्तिकारी शक्ति का अनुभव करने के लिए आक्रोश को त्यागें।

बुद्धिमान समझते हैं कि ज्ञान की खोज एक आजीवन यात्रा है और हर अनुभव चाहे सुखद हो या चुनौतीपूर्ण ज्ञान के विस्तार में योगदान देता है।

मौन आत्मा की भाषा है शांति के क्षणों में कोई व्यक्ति आंतरिक ज्ञान की फुसफुसाहट सुन सकता है और उस शाश्वत मौन से जुड़ सकता है जो पूरे अस्तित्व में व्याप्त है।

सच्ची विनम्रता सभी जीवन के अंतर्संबंध को पहचानना और प्रत्येक प्राणी के भीतर दिव्य सार को स्वीकार करना एकता और करुणा की भावना को बढ़ावा देना है।

मन के बगीचे में सकारात्मक विचारों के बीज उगाएं क्योंकि वे एक आनंदमय और उद्देश्यपूर्ण जीवन के फूलों में खिलते हैं।

अनुशासित मन एक कुशल सारथी की तरह जीवन के रथ को उतार चढ़ाव के माध्यम से चलाता है संतुलन बनाए रखता है और धार्मिकता के मार्ग पर ध्यान केंद्रित करता है।

प्रत्येक चुनौती आध्यात्मिक विकास का एक अवसर है लचीलेपन के साथ उनका सामना करें और प्रत्येक अनुभव को अपने चरित्र को सद्गुण की उत्कृष्ट कृति में ढालने दें।

लोग कमियां निकालते रह जाते हैं सफल लोग किसी की न सुनकर सफलता की सीधी चढ़ते जाते हैं।

निरंतर चलना है तुमको आज तुम ये इरादा कर लो,
हौसला रख लो उम्र भर का खुद से ये वादा कर लो।

अपनी काबिलियत पर तुम यकीन रखना ऐसी उम्मीद हम तुमसे करेंगे छोड़ पीछे सबको तुम आगे बढ़ना लोग तो तुमसे जलते रहेंगे।

सच्चा योगी अराजकता के बीच में शांति पाता है आत्म अनुशासन और आत्म-जागरूकता के माध्यम से विकसित शांति के आंतरिक अभयारण्य से शक्ति प्राप्त करता है।


एक व्यक्ति जो सत्यता में स्थापित हो जाता है ऐसा कहा जाता है कि उसने आत्म-साक्षात्कार प्राप्त कर लिया है ऐसे व्यक्ति के शब्द प्रामाणिकता का भार रखते हैं और दिव्यता के साथ प्रतिध्वनित होते हैं।


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अपनों का तुम साथ न छोडो दिल किसी का कभी न तोड़ो।
करो मेहनत इतनी तुम असफलता का मुंह सफलता की ओर मोड़ो।

सच्चा ज्ञान केवल बुद्धि तक ही सीमित नहीं है यह एक अनुभवात्मक समझ है जो बौद्धिक अवधारणाओं से परे है और हृदय में प्रवेश करती है।



अंदर की यात्रा सबसे गहन तीर्थयात्रा है जहां साधक आत्मा के अनंत आयामों की खोज करता है और परमात्मा की शाश्वत उपस्थिति की खोज करता है।

प्रेम वह शक्ति है जो ब्रह्मांड को एक साथ बांधती है व्यक्तिगत पहचान से परे जाकर अस्तित्व के जटिल जाल में सभी प्राणियों को जोड़ती है।

जीवन की टेपेस्ट्री में प्रत्येक क्रिया एक धागा है आध्यात्मिक विकास की उत्कृष्ट कृति बनाने के लिए इसे सचेतनता करुणा और निस्वार्थता के साथ बुनें।

बंजर धरती में भी फूल खिल सकते हैं बस थोड़ा हौसला रखना चाहिए।
बुझी शमां भी जला सकते हो आंधी से कश्ती निकाल सकते हो।
निरंतर चलते रहो अपने पथ पर किस्मत तुम अपनी बदल सकते हो।

जीवन की यात्रा में मन सारथी है इंद्रियाँ घोड़े हैं और बुद्धि लगाम है। एक नियंत्रित मन व्यक्ति को आंतरिक शांति की मंजिल तक ले जाता है।

ध्यान मन को शांत करने की कला है जो सच्चे आत्म को सामने आने और आत्म-खोज के मार्ग को रोशन करने की अनुमति देता है।

ज्ञान का उद्देश्य विकास करना है और विकास का उद्देश्य सभी प्राणियों की सेवा करना और उनकी भलाई में योगदान करना है।

सच्चा त्याग उन इच्छाओं को छोड़ना है जो आत्मा को बांधती हैं न कि केवल बाहरी संपत्ति का त्याग करना।

यात्रा में ही आनंद खोजें क्योंकि जागरूकता और उद्देश्य के साथ उठाया गया प्रत्येक कदम आध्यात्मिक विकास की ओर एक कदम है।

ज्ञान का दीपक अज्ञानता के अंधेरे को दूर करता है सभी जीवन के अंतर्संबंध और ब्रह्मांड में व्याप्त दिव्य सार को प्रकट करता है।

निष्क्रियता में आसक्त मत रहो कर्तव्य का अनुशासित पालनकर्ता आनंद की उच्चतम अवस्था प्राप्त करता है।

जैसे ही कमल कीचड़ से बेदाग उगता है एक व्यक्ति चुनौतियों और बाधाओं को पार कर सकता है जीवन के अनुभवों से समझदार और अधिक सुंदर बनकर उभर सकता है।

परम वास्तविकता निरपेक्ष को अटूट भक्ति शुद्ध प्रेम और निस्वार्थ सेवा के माध्यम से महसूस किया जा सकता है।

अलगाव का मतलब बाहरी दुनिया से बचना नहीं है बल्कि बाहरी परिस्थितियों की परवाह किए बिना आंतरिक शांति और संतुलन बनाए रखना है।

निःस्वार्थ कर्म का मार्ग भौतिक और आध्यात्मिक दुनिया के बीच का पुल है जो सभी अस्तित्व की एकता की प्राप्ति की ओर ले जाता है।

बुद्धि वह प्रकाश है जो अज्ञानता के अंधेरे को दूर करती है स्वयं की गहराई में छिपे शाश्वत सत्य को उजागर करती है।

दिल छोटा न करो यूं न तुम अपने इरादे बदलो हर पल में अपनी ज़िंदगी जी लो सपनों को अपनी मुठ्ठी में भर लो।
जो बीत गया है उसके लिए रोना नहीं चाहिए हो कोई खास तो उसे खोना नहीं चाहिए अंधेरों में ही चमकते हैं सितारे हालातों का रोना रोना नहीं चाहिए।

जो दीया जलता है उजाला उसी में होता है
जो डर जाए जलने से वो दीया अंधकारमय होता है।

मुस्कुराते इंसान को यकीनन दर्द ने ढाला होगा
चलते हुए इंसान के पैरों में ही तो छाला होगा।

जो संघर्ष करता है वो जरूर चमकता है
मेहनत से दूर भागने वाला दर बदर भटकता है।

कर्म का फल तो होता है परंतु कर्म करने का तरीका भी महत्वपूर्ण है।

जो कुछ हो रहा है अच्छा हो रहा है जो हो रहा है वह अच्छा होगा।

जब तुम अपनी भाग्यशाली जीवनशैली से कर्म करते हो तो तुम्हें सफलता का आनंद मिलता है।

अपना कर्तव्य निभाना ही सबसे उत्तम कर्म है इसमें समर्पण और समर्थन होना चाहिए।

आत्मा में शांति को पाने के लिए कर्म में ब्रह्मा बनो यानी पूर्णता से कर्म करो।

कर्म को फल के लिए नहीं कर्म को कर्म के लिए करो फल स्वयं आएगा।

जीवन का मूल्य सीखो समर्पण से भरा होता है।
सच्चे मार्ग पर चलने वाले को कभी भी अच्छा मौका नहीं हारता।

परमात्मा पर केंद्रित एक अटूट मन के साथ दृढ़ संकल्प आध्यात्मिक पथ पर बाधाओं पर काबू पाने की कुंजी है।

धैर्य से संपन्न व्यक्ति धीरे-धीरे सबसे विकट चुनौतियों पर काबू पा सकता है यह समझते हुए कि समय स्वयं ही जीवन के गहरे अर्थ प्रकट करता है।

एक व्यक्ति जो इच्छाओं के निरंतर प्रवाह से परेशान नहीं होता है जो नदियों की तरह समुद्र में प्रवेश करता है जो हमेशा भरा रहता है लेकिन हमेशा शांत रहता है केवल शांति प्राप्त कर सकता है।

सच्चा योगी विविधता में एकता को समझता है सृष्टि के सभी पहलुओं में दिव्य उपस्थिति को पहचानता है।

बुद्धिमान लोग समझते हैं कि सच्ची खुशी बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं है बल्कि आत्म-जागरूकता और आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से विकसित की गई एक आंतरिक स्थिति है।

वर्तमान क्षण के साथ सामंजस्य बनाकर जिएं इसे एकमात्र वास्तविकता के रूप में पहचानें। अतीत जा चुका है और भविष्य अभी आना बाकी है अभी को गले लगाओ।

अपनी क्षमताओं का सही तरीके से उपयोग करो ताकि तुम सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँच सको।

कभी भी हार नहीं मानना चाहिए क्योंकि जीत उसे मिलती है जो कभी हारता नहीं।

जीवन में सफलता का सूत्र है संघर्ष को नकारात्मकता में बदलो और सीधे मार्ग पर चलते रहो।

अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए तुम्हें संघर्ष करना होगा परंतु उससे हार नहीं मानना होगा।

विफलता तभी होती है जब तुम हार मान लेते हो सफलता का सूची कभी खुला रहता है।

अपने सपनों की पूर्ति के लिए तुम्हें उनकी प्राप्ति के लिए काम करना होगा।

अपने सपनों की पूर्ति के लिए, तुम्हें उनकी प्राप्ति के लिए काम करना होगा।

सच्ची सफलता में समाहित रहो क्योंकि वह सात्विक बनाती है और तुम्हें आत्म-संवाद का अवसर देती है।

आत्म-नियंत्रण और समर्पण से भरा हुआ जीवन सही मार्ग का पालन करने में सहारा प्रदान करता है।

अगर तुम सही दिशा में जा रहे हो तो तुम्हें कभी भी अकेला महसूस नहीं होगा।

जीवन के उत्कृष्टता की ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए तुम्हें सफलता के मार्ग पर चलना होगा।

संघर्ष में भी आत्म-समर्पण बना रहे क्योंकि वही तुम्हें आगे बढ़ने का साहस देता है।

अपने कर्तव्यों का पालन करते रहो और देखो कैसे जीवन तुम्हारे लिए सुंदरता से भरा होता है।

आत्मविश्वास रखो और अपने सपनों की पूर्ति के लिए हमेशा प्रयासशील रहो।

जीवन के रास्ते में आए रुकावटों को पार करने के लिए आत्म-समर्पण और संघर्ष का सामर्थ्य बना रखो।

सच्ची सफलता में सही दिशा में प्रगट होने वाली ऊर्जा छिपी होती है।

कभी भी हार नहीं मानना क्योंकि हर हार को एक नई शुरुआत मिलती है।

जीवन का सच यही है कि हर क्षण एक नई शुरुआत हो सकती है तुम्हें बस विश्वास रखना होगा।

जीवन का सच यही है कि हर क्षण एक नई शुरुआत हो सकती है तुम्हें बस विश्वास रखना होगा।

परमात्मा पर केंद्रित अनुशासित मन कामुक सुखों की इच्छा से मुक्त होता है और आंतरिक यात्रा में आनंद पाता है।

उसके लिए प्रयास करें जिसकी कोई इच्छा नहीं है और स्वयं की तलाश करें यह महसूस करते हुए कि आप कालातीत हैं और बदलती दुनिया से परे हैं।

एक व्यक्ति जो इच्छाओं के निरंतर प्रवाह से परेशान नहीं होता है जो नदियों की तरह समुद्र में प्रवेश करता है जो हमेशा भरा रहता है लेकिन हमेशा शांत रहता है  केवल शांति प्राप्त कर सकता है।

आत्म बोध सर्वोच्च ज्ञान है और वैराग्य सर्वोच्च अनुशासन है।

जो दोनों में महारत हासिल कर लेता है वह वास्तव में प्रबुद्ध है।

आत्म खोज की यात्रा में ज्ञान का दीपक पथ को रोशन करता है भौतिक संसार की क्षणभंगुर प्रकृति से परे शाश्वत सत्य को प्रकट करता है।

स्वयं नियंत्रित आत्मा इंद्रिय विषयों के बीच घूमती हुई न तो इच्छा करती है और न ही घृणा करती है।

ऐसे व्यक्ति के लिए मिट्टी का ढेला पत्थर और सोना सभी एक समान हैं।

अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संघर्ष करने में मजा आए क्योंकि सच्ची खुशी उसमें ही है।

जीवन का मूल्य तभी बढ़ता है जब तुम अपने कार्यों में पूर्णता की ओर प्रगट होते हो।

सकारात्मक सोच रखो और किसी भी परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारो यही तुम्हें आगे बढ़ाएगा।

जीवन के सफलता के सिर्रे में एक है सही समय पर सही निर्णय लेना।

अपने कर्मों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करो फल खुद आएगा।

आत्म नियंत्रण रखो और जीवन को अपनी मर्जी से निर्माण करो यही एक सफल जीवन की कुंजी है।

अपनी क्षमताओं का सही तरीके से उपयोग करना सीखो ताकि तुम अद्वितीयता में शिखर पर पहुँच सको।

सफलता में सुख-शान्ति का सिर्रा है संतुलन जो आत्मा को स्थिरता प्रदान करता है।

अपनी मेहनत में समर्पित रहो और किसी भी परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारो क्योंकि वही असली जीत है।

जीवन का सच यही है कि कोई भी मुश्किल रास्ता तुम्हें तुम्हारे लक्ष्य की ओर बढ़ाता है।

समर्थन और सहारा अच्छे मित्रों और परिवार से मिलता है जो तुम्हें आगे बढ़ने में साथी बनाए रखते हैं।

अपने आत्म-समर्पण से तुम अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हो।

उच्च स्तर का संबोधन करने के लिए तुम्हें उच्च मानकों की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध होगा।

समर्थन संघर्ष और समर्पण के साथ तुम हर कठिनाई को पार कर सकते हो।

जीवन के सफलता के मार्ग पर बढ़ते रहने के लिए, तुम्हें सकारात्मक भावना बनाए रखना होगा।

संघर्ष में भी धैर्य बनाए रखो क्योंकि सफलता वहां है जहां आत्म-समर्पण होता है।

अपने सपनों को पूरा करने के लिए तैयार रहो क्योंकि कभी भी एक अच्छा मौका आ सकता है।

आत्म प्रेरणा बनाएं रखो और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में जुटे रहो।

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अपने कार्य में सच्चाई और ईमानदारी से जुटे रहो क्योंकि यह तुम्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा।

अपने लक्ष्यों को पूरा करने में कोई छोटी मुश्किल बड़ी नहीं होती जब तुम प्रतिबद्ध होते हो।

जीवन के हर पल को आनंद से जियो और हर क्षण को महत्वपूर्ण बनाओ।

सफलता का सीधा मार्ग है अपने लक्ष्यों का स्पष्ट रूप से निर्धारित करना और उनकी पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध रहना।

सफलता का सबसे बड़ा रहस्य है अपने कार्यों में पूरा मन,शक्ति और समर्पण लगाना।

अपने सपनों को अपनी जिंदगी में एक बड़ी प्राथमिकता बनाओ और तुम उन्हें हकीकत में बदलोगे।

जीवन का मूल्य सबसे अधिक तब बढ़ता है जब तुम दूसरों की मदद करते हो और समृद्धि का हिस्सा बनते हो।

अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में अपने स्वयं के साथ उदार और सहानुभूति बनाए रखो।

आत्म नियंत्रण को बनाए रखो और अपने कार्यों में आत्म समर्पण का अभ्यास करो।

जीवन की यात्रा में सीखो और बढ़ते रहो यही है विकास का मार्ग।

समर्थन और सहारा अच्छे मित्रों और परिवार से मिलता है जो तुम्हें आगे बढ़ने में साथी बनाए रखते हैं।

सफलता का सबसे महत्वपूर्ण घड़ा विश्वास है खुद में अपने लक्ष्यों में और अपनी क्षमताओं में।

अपने कार्यों में समर्पण रखो फल आएगा यही सफलता का सूत्र है।

समर्थन संघर्ष और समर्पण के साथ तुम हर कठिनाई को पार कर सकते हो।

आत्म विकास के लिए निरंतर प्रयास करो क्योंकि यही तुम्हें बेहतर बनाएगा।

आपने सपनों की पूर्ति के लिए तत्पर रहो और किसी भी परिस्थिति में अधीर नहीं होने दो।

जीवन का सच यही है कि सफलता वहां है जहां आत्म समर्पण होता है और अच्छी दिशा में कार्य होता है।

आत्म निरीक्षण करते रहो और अपनी कमियों को सुधारते रहो क्योंकि स्वीकृति और सुधार सफलता की कुंजी हैं।

सफलता का सफर एक लम्बा है इसमें दृढ़ता और सहनशीलता की आवश्यकता होती है।

अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास को हमेशा मजबूत रखो।

अवसर का उपयोग करने के लिए सच्चे मन से प्रतिबद्ध रहो क्योंकि अवसर एक बार ही आता है।

आपने मानवता में योगदान करने के लिए समर्थ बनो यही अद्भुत सफलता है।

अपने आत्म समर्पण से तुम अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हो।

सकारात्मक सोच रखो और किसी भी परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारो यही तुम्हें आगे बढ़ाएगा।

आत्मा के संग और नींव के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ो सफलता खुद ही पीछा करेगी।

जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आत्म-विकास पर प्राथमिकता दो और निरंतर प्रयास करो।

सफलता में समृद्धि के लिए सहजता की ओर मुख करो परंतु उसमें मेहनत और दृढ़ निश्चय बनाए रखो।

हमेशा दूसरों के कल्याण को ध्यान में रखकर अपना काम करें।

अपने काम पर अपना दिल लगाओ लेकिन उसके प्रतिफल पर कभी नहीं।

आत्मा न तो जन्मती है और न ही मरती है आपको अपने निर्धारित कर्तव्यों का पालन करने का अधिकार है लेकिन आप अपने कार्यों के फल के हकदार नहीं हैं।

विश्व के कल्याण की सेवा के लिए निरंतर प्रयास करें निःस्वार्थ कर्म के प्रति समर्पण से व्यक्ति सर्वोच्च लक्ष्य प्राप्त करता है।

योग स्वयं की स्वयं के माध्यम से स्वयं तक की यात्रा है।  
मनुष्य अपने विश्वास से बनता है। जैसा वह विश्वास करता है वैसा ही वह होता है।

परिवर्तन ब्रह्मांड का नियम है आप एक पल में करोड़पति या कंगाल हो सकते हैं।

अपना अनिवार्य कर्तव्य निभाओ क्योंकि कर्म वास्तव में निष्क्रियता से बेहतर है।

मन बेचैन है और इसे रोकना कठिन है लेकिन अभ्यास से यह वश में हो जाता है।





जो कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखता है वह मनुष्यों में बुद्धिमान है।

एक व्यक्ति अपने मन के प्रयासों से ऊपर उठ सकता है वह उसी प्रयास से डूब भी सकता है।

स्वयं नियंत्रित आत्मा जो राग और द्वेष से मुक्त होकर इंद्रिय विषयों के बीच विचरण करती है न तो प्रसन्न होती है और न ही उदास होती है।

उन लोगों के लिए मन एक दुश्मन की तरह काम करता है जो इसे नियंत्रित नहीं करते।

भौतिक संसार में तीन कारक बंधन का कारण हैं इंद्रिय संतुष्टि की लालसा इंद्रिय विषयों के साथ जुड़ाव और मुक्ति की इच्छा।


उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है न कभी था और न कभी होगा। जो वास्तविक है वह सदैव था और उसे नष्ट नहीं किया जा सकता।

जो लोग आक्रोश से मुक्त हैं जो दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और जो सभी प्राणियों के प्रति मित्रवत हैं वे मुझे प्रिय हैं।

जो कुछ भी हुआ अच्छे के लिए हुआ। जो भी हो रहा है अच्छे के लिए हो रहा है जो भी होगा अच्छे के लिए ही होगा।

योगी तपस्वी से महान है अनुभववादी से महान है और सकाम कार्यकर्ता से महान है।इसलिए हे अर्जुन हर परिस्थिति में योगी बनो।'

आत्मा को कभी किसी हथियार से काटा नहीं जा सकता न आग से जलाया जा सकता है न पानी से गीला किया जा सकता है न हवा से सुखाया जा सकता है।

मन को शांत करने का प्रयास करें ध्यान के अभ्यास में व्यक्ति चेतना से परे जाना सीखता है।

फलों के प्रति आसक्ति का त्याग करें। सफलता और विफलता में सम संयम रखें क्योंकि योग का तात्पर्य स्वभाव की सम-समुद्रता से है।

अपनी इच्छाशक्ति की शक्ति से स्वयं को नया आकार दें  कभी भी स्व इच्छा से स्वयं को अपमानित न होने दें।

जिसके पास कोई लगाव नहीं है वह वास्तव में दूसरों से प्यार कर सकता है, क्योंकि उसका प्यार शुद्ध और दिव्य है।'

बुद्धिमान लोग इन परिवर्तनों से भ्रमित नहीं होते वे अपरिवर्तनीय वास्तविकता को जानते हैं।

जब ध्यान में महारत हासिल हो जाती है तो मन हवा रहित स्थान में दीपक की लौ की तरह अटल रहता है।

खुशी की कुंजी इच्छा में कमी है शांत मन में ध्यान की गहराई में स्वयं स्वयं प्रकट होता है।

जो बहुत अधिक खाते हैं या बहुत कम खाते हैं जो बहुत अधिक सोते हैं या बहुत कम सोते हैं वे ध्यान में सफल नहीं होंगे कर्म का सच्चा लक्ष्य स्वयं का ज्ञान है।

योग में स्थित होकर आसक्ति रहित होकर तथा सफलता और असफलता में समचित्त होकर अपने कर्म करो। ऐसी समता को योग कहा जाता है।

इंद्रियाँ शक्तिशाली और अशांत हैं वे बेतहाशा भाग सकते हैं। लेकिन बुद्धिमान व्यक्ति उन्हें नियंत्रण में रखता है बुद्धि सारथी के रूप में मन का मार्गदर्शन करती है।

सभी जीवित प्राणियों में आत्मा एक ही है, यद्यपि प्रत्येक का शरीर अलग-अलग है।

वह खुशी जो लंबे अभ्यास से आती है जो दुख के अंत की ओर ले जाती है, जो पहले जहर की तरह होती है लेकिन अंत में अमृत की तरह होती है वह व्यक्ति के मन की शांति से पैदा होने वाला आनंद है।

एक व्यक्ति अपने मन के प्रयासों से ऊपर उठ सकता है या स्वयं को उसी प्रकार नीचे खींच लेता है। क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपना मित्र या शत्रु स्वयं है।

किसी और के जीवन की नकल को पूर्णता के साथ जीने की तुलना में अपने भाग्य को अपूर्ण रूप से जीना बेहतर है।

जो लोग आत्मा के विज्ञान में निपुण हैं वे जानते हैं कि आत्मा अविनाशी है और सभी भौतिक परिवर्तनों से परे है।

असंतुष्ट मन बुद्धिमानी से कोसों दूर है यह ध्यान कैसे कर सकता है शांति कैसे रहे जब आप शांति नहीं जानते तो आप आनंद कैसे जान सकते हैं।

योगी सभी प्राणियों में परमात्मा को देखता है और सभी  प्राणियों को परमात्मा में देखता है।

सहिष्णुता के अभ्यास में किसी का शत्रु ही सबसे अच्छा शिक्षक होता है।

इस दुनिया में ऐसे जियो जैसे कि तुम केवल एक यात्री हो। 

जितना अधिक हम खुद को इस दुनिया से जोड़ते हैं उतना ही अधिक हम इससे बंधे होते हैं।

जो व्यक्ति अज्ञानी रहता है वह अपने कर्तव्यों को अधिकार के रूप में नहीं बल्कि केवल बल के रूप में निभा सकता है।

निष्क्रिय कर्म वह है जो फल सफलता या असफलता की आसक्ति के बिना अपना कर्तव्य करता है।

मन बेचैन है और उसे नियंत्रित करना कठिन है लेकिन अभ्यास और वैराग्य के माध्यम से इसे जीता जा सकता है।

विश्व के कल्याण की सेवा के लिए निरंतर प्रयास करें निःस्वार्थ कार्य के प्रति समर्पण से व्यक्ति सर्वोच्च लक्ष्य प्राप्त कर लेता है।

जीवन का अंतिम उद्देश्य परमात्मा के साथ मिलन प्राप्त करना है।

व्यक्ति को शास्त्र के नियमों के अनुसार यह समझने का प्रयास करना चाहिए कि कर्तव्य क्या है और कर्तव्य क्या नहीं है।

ऐसे नियम कायदों को जानकर मनुष्य को कार्य करना चाहिए जिससे वह धीरे धीरे ऊपर उठता जाए।

जो व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण रखता है वह सर्दी गर्मी, सुख दुख मान अपमान में शांत रहता है।

उन लोगों के लिए जिन्होंने स्वयं पर विजय प्राप्त कर ली है, इच्छा एक मित्र है। लेकिन यह उन लोगों का शत्रु है जिन्होंने अपने भीतर आत्मा को नहीं 
या है।

मनुष्य अपने आप को अकेले ही ऊपर उठाए अपने आप को नीचे न गिराए क्योंकि वह आप ही अपना मित्र है और आप ही अपना शत्रु है।

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भगवान श्री कृष्ण जी अनमोल वचन यानी shri krishna best motivational quotes in hindi में लिखे गए है भगवान श्री कृष्ण जी अनमोल विचारो से हमे जीवन जीने की और जीवन के बाद का रास्ता चुनने की शिक्षा मिलती है अगर अपने इसे विस्तार से पढ़ा है तो कमेंट में जय श्री कृष्णा जरूर लिखे।


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